राष्ट्रपति ट्रम्प ने एक बार फिर फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की सार्वजनिक रूप से आलोचना की, तत्काल ब्याज दरों में कटौती की मांग की और उनकी बर्खास्तगी का संकेत भी दिया। इस तरह का हस्तक्षेप निवेशकों में फेड की स्वतंत्रता को लेकर चिंता पैदा करता है और बाजार में राजनीतिक अनिश्चितता जोड़ता है।
विशेष रूप से चीन और जापान के साथ व्यापारिक तनाव फिर से बढ़ गया। ट्रम्प की आक्रामक टिप्पणियों और चीन के जवाबी कार्रवाई की चेतावनियों ने निवेशकों को डरा दिया, जो डरते हैं कि यह एक और महंगा व्यापार युद्ध बन सकता है।
मेटा, अल्फाबेट, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। मेटा के शेयर अकेले लगभग 15% गिर गए, जब उसने कमजोर राजस्व अनुमान और बढ़ती लागत की सूचना दी। ये कंपनियां बाजार पर भारी प्रभाव डालती हैं, इसलिए इनके गिरने से व्यापक सूचकांक भी नीचे आते हैं।
हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि मुद्रास्फीति अभी भी उच्च है, जबकि आर्थिक विकास धीमा हो रहा है। यह संयोजन, जिसे स्टैगफ्लेशन कहा जाता है, बाजारों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि यह उपभोक्ताओं पर दबाव डालता है और अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है।
VIX, जिसे अक्सर वॉल स्ट्रीट का ‘भय सूचकांक’ कहा जाता है, आज तेजी से बढ़ा, जो निवेशकों की घबराहट को दर्शाता है। कई लोगों ने शेयरों से धन निकालकर सोने और सरकारी बॉन्ड जैसे सुरक्षित परिसंपत्तियों में निवेश किया।